Sharadia Navratri 2024, जो हर वर्ष अश्विन मास में आती है, हिंदू धर्म का एक अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है। यह नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा और आराधना का समय होता है। इस दौरान श्रद्धालु व्रत रखते हैं और माता की कृपा पाने के लिए विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करते हैं। हालांकि, इस पवित्र समय में कुछ विशेष नियमों और सावधानियों का पालन करना आवश्यक होता है। आइए जानते हैं नवरात्रि के दौरान क्या करना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
शारदीय नवरात्रि में क्या करना चाहिए?
पूजा और आराधना
नवरात्रि के दौरान सुबह और शाम नियमित रूप से मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए। पूजा में घटस्थापना, दुर्गा सप्तशती का पाठ, और आरती विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है। मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा प्रत्येक दिन करनी चाहिए।
व्रत और उपवास
शारदीय नवरात्रि में व्रत रखना विशेष महत्व रखता है। आप पूरे नौ दिन या अष्टमी और नवमी के दिन व्रत रख सकते हैं। व्रत में सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए, जैसे फल, साबुदाना, कुट्टू का आटा, और सिंघाड़े का आटा।
अखंड ज्योत जलाना
नवरात्रि के दौरान अखंड ज्योत जलाने का विशेष महत्व होता है। इसे जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और देवी की कृपा बनी रहती है। ध्यान रखें कि अखंड ज्योत बिना बुझी लगातार जलती रहनी चाहिए।
दान और सेवा
नवरात्रि के दौरान गरीबों और जरूरतमंदों को दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। भोजन, वस्त्र या धन का दान करना आपको पुण्य और देवी की कृपा दिला सकता है।
कन्या पूजन
अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन करना नवरात्रि की महत्वपूर्ण परंपरा है। 2 से 10 साल की कन्याओं को देवी का रूप मानकर उनकी पूजा करें और उन्हें भोजन और उपहार देकर सम्मानित करें।
पवित्रता का पालन
नवरात्रि के दौरान घर और मन की पवित्रता बनाए रखना बेहद जरूरी होता है। नियमित स्नान करें, स्वच्छ वस्त्र पहनें और घर में साफ-सफाई का ध्यान रखें। सकारात्मक माहौल बनाए रखें।
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शारदीय नवरात्रि में क्या नहीं करना चाहिए?
मांसाहार और मदिरा का सेवन
नवरात्रि के दिनों में मांस, मछली, अंडा और शराब का सेवन वर्जित माना जाता है। इनका सेवन व्रत और पूजा की पवित्रता को नष्ट करता है। इसलिए सात्विक आहार का पालन करें।
प्याज और लहसुन से परहेज
नवरात्रि के व्रत के दौरान प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ये तामसिक भोजन की श्रेणी में आते हैं। इनसे मानसिक और शारीरिक शुद्धता बाधित हो सकती है।
नकारात्मक विचार और क्रोध
इस पवित्र समय में नकारात्मक विचार, क्रोध, और द्वेष से दूर रहना चाहिए। मां दुर्गा की आराधना और पूजा मन की शांति और सकारात्मक ऊर्जा के साथ करनी चाहिए।
बाल कटवाना और शेविंग करना
नवरात्रि के दौरान बाल कटवाना, शेविंग करना और नाखून काटना अशुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह समय शरीर और आत्मा की शुद्धि का होता है, इसलिए इनसे परहेज करना चाहिए।
अनुशासनहीनता से बचें
नवरात्रि के दौरान अपने दिनचर्या में अनुशासन बनाए रखना चाहिए। पूजा, ध्यान और व्रत में नियमितता रखें और किसी भी तरह की लापरवाही से बचें।
रात्रि में जागरण और मनोरंजन
नवरात्रि के दौरान देर रात तक जागना, अनावश्यक मनोरंजन या अन्य शारीरिक गतिविधियों में शामिल होना उचित नहीं माना जाता। इसके बजाय रात को पर्याप्त आराम करें ताकि पूजा और व्रत सही तरीके से संपन्न हो सके।
निष्कर्ष:
Sharadia Navratri 2024 एक ऐसा समय है जब हम अपने तन, मन, और आत्मा को शुद्ध करते हैं। इस दौरान देवी दुर्गा की आराधना और नियमों का पालन करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए नवरात्रि के दौरान इन बातों का ध्यान रखें और पूर्ण श्रद्धा और नियमों के साथ इस पर्व को मनाएं।