हम घर का निर्माण वास्तु शास्त्र के अनुसार करवाते हैं। जिसमे हम वास्तु के अनुसार रसोईघर, पूजाघर, स्नानघर या ड्राइंगरूम बनवाते हैं । वास्तु आपके घर के हर छोटे से हिस्से को बनाने के लिए नियम निर्धारित करता है। क्या आपने कभी सोचा है कि घर की सीढियाँ भी वास्तु के हिसाब से बनवानी चाहिए? घर में सीढ़ी बनाते समय सीढ़ियों के वास्तु मानदंडों का भी पालन करना चाहिए। वास्तु का पालन करने से घर में खुशियां और समृति आती है। सीढ़ियां किसी भी घर की उन्नति से संबंध रखती हैं। यह जीवन के उतार चढ़ाव से संबंध रखती हैं।सीढ़ियां बनवाते समय सीढ़ियों के वास्तु का पालन करने से घर में सकारात्मकता का प्रवाह आसानी से होता है।
सीढ़ियों की दिशा के साथ ही यह भी जरूरी है कि जहां सीढ़ी हो वहां क्या हो या क्या नहीं हो। क्यूंकि सीढ़ी के नीचे कुछ भी बना लेना या रखना भी सही नहीं होता। इसलिए सीढ़ी वास्तु के अनुसार ही बनवाएं। है। आइये आपको बताते है कि आपको अपने घर में सीढ़ियां बनवाते समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
1. सीढिया बनवाते समय ये सुनिश्चित करें कि उनके पास मुख्य द्वार न हों. हमारे वास्तु विशेषज्ञ कहते हैं कि इससे वित्तीय परेशानियां भी आ सकती हैं।
2. सीढ़ी का प्रारंभिक बिंदु: कभी भी किचन, स्टोर रूम या पूजा घर से या उसके आखिर से शुरू नहीं होनी चाहिए।
3. ऊपरी मंजिल पर जाने वाली सीढ़ियों और बेसमेंट में जाने वाली सीढ़ियों लगातार नहीं होनी चाहिए।
4. वास्तु के मुताबिक सीढ़ी इस तरह से बनाई जानी चाहिए जो सीधे आपके मेहमानो की दृष्टि की में न पड़े।
5. सीढ़ी की शुरुआत और अंत में दरवाजे होना भी सही है।
6. सीढ़ियों के नीचे कभी भी सिलेंडर, जूता स्टैंड या कबाड़ न रखें।
7. सीढ़ियों के नीचे कभी पूजाघर, शौचालय का निर्माण न कराएं।
8. सीढ़ी दक्षिण-पश्चिम के दाई ओर भी बनाई जा सकती है।
9. सीढ़ियों की टूट-फूट पर भी ध्यान दें। अगर सीढ़ी टूट फूट होगी तो ये जीवन में उतार-चढ़ाव बनाए रखेगा।
10. सीढ़ी सीधी होनी चाहिए, घुमावदार बनाने से बचें। सीढ़ियों को अगर आप घुमावदार बना रहे तो याद रखें सीढ़ी का घुमाव हमेशा पूर्व से दक्षिण, दक्षिण से पश्चिम, पश्चिम से उत्तर या उत्तर से पूर्व की ओर ही हो।
11. सीढ़ियां हमेशा बाएं से दाईं ओर ही मुड़नी चाहिए।
12. सीढ़ी हमेशा सम संख्या में होनी चाहिए।
यदि आपके माकन की सीढ़ियां वास्तु के अनुसार गलत बन गई तो ये उपाय करें:-
1. सीढ़ियों पर सफ़ेद रंग करें ।
2. सीढ़ियों के साथ वाली दीवार पर लाल रंग का स्वस्तिक लगा दें।
3. अगर सीढ़ियों के नीचे कुछ निर्माण करा लिया है तो वहां पर एक तुलसी का पौधा लगाएं।
4. सीढ़ियों के नीचे प्रकाश की उचित व्यवस्था करें।
5. पहली और आखिरी सीढ़ियों पर एक हरे रंग का डोरमैट रख दें।
6. सीढ़ियों के नीचे पढ़ने-लिखने की वस्तुयें या किताब रखने की व्यवस्था कर सकते हैं।
इस तरह वास्तु के इन दोषों का ध्यान रखकर आप अपने घर में सीढ़ी बनवाएं। यदि दोष हो तो उसे दूर करने का प्रयास करें। अधिक सुझावो के लिए हमारे ज्योतिषाचार्य राम मेहर शर्मा जी से संपर्क करे।