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परमा एकादशी व्रत 2023 तिथि , शुभ महूर्त, महत्व और पूजा विधि

By August 10, 2023 Blog, Blogs

अधिक मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को परमा और पुरुषोतमा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु की आराधना के लिए व्रत किया जाता है। इस साल परमा एकादशी व्रत 12 अगस्त 2023, शनिवार के दिन रखा जाएगा।

वैसे हर माह की एकादशी पूजा-पाठ के लिए उत्तम मानी जाती है, लेकिन परमा एकादशी का महत्व कुछ ज्यादा होता है, क्योंकि यह व्रत अधिक मास में होने की वजह से तीन साल में एक बार आता है। परमा एकादशी का व्रत जीवन में सुख-समृद्धि की कामना व मोक्ष प्राप्ति के लिए किया जाता है।

परमा एकादशी व्रत महूर्त

हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 11 अगस्त 2023 शुक्रवार के दिन सुबह 05 बजकर 06 मिनट पर प्रारम्भ होगी। और अगले दिन 12 अगस्त 2023 शनिवार के दिन सुबह 06 बजकर 31 मिनट पर समापन होगा।

सूर्यौदय के अनुसार परमा एकादशी व्रत 12 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन पूजा का समय सुबह 07 बजकर 28 मिनट से सुबह 09 बजकर 07 मिनट तक है। परमा एकादशी का व्रत जीवन में सुख-समृद्धि की कामना व मोक्ष प्राप्ति के लिए किया जाता है।

परमा एकादशी 2023 व्रत पारण का समय

परमा एकादशी व्रत के पारण का समय 13 अगस्त 2023, दिन रविवार को सुबह 05 बजकर 49 मिनट से सुबह 08 बजकर 19 मिनट तक है।

परमा एकादशी का महत्व

अधिक मास की परमा एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन भक्तों को पूजा का पूरा फल मिलता है। विष्णु की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।

कई लोग इस व्रत को निर्जला भी रखते हैं तो कुछ लोग केवल भगवत चरणामृत लेते हैं। जो जातक गरीबी के कारण परेशानियों का सामना कर रहे हैं या मृत्योपरांत मोक्ष की कामना रखते हैं उनके लिए परमा एकादशी का व्रत बहुत महत्वपूर्ण है।

परमा एकादशी व्रत और पूजा विधि

  • परमा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
  • इसके बाद अपने पितरों का श्राद्ध करें।
  • फिर भगवान विष्णु की पूजा-आराधना करें।
  • ब्राह्मण को फलाहार का भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा दें।
  • इस दिन परम एकादशी व्रत कथा सुनें।
  • एकादशी व्रत द्वादशी के दिन पारण मुहूर्त में खोलें।

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