भारत अपने त्योहारों और विशेष अवसरों के लिए जाना जाता है. ऐसा ही एक त्योहार रक्षाबंधन है, जो भाई बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित है। रक्षा बंधन श्रावण मास में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
इस बर्ष रक्षाबंधन की तिथि को लेकर असमजस की स्थिति बनी हुई है क्योंकि रक्षाबंधन श्रावण पूर्णिम के दिन मनाने की परंपरा है और इस बार सावन पूर्णिमा दो दिन है। रक्षा बंधन 11 या 12 अगस्त को पड़ेगा? इनमें पहले दिन भद्रा भी लगा है जिसमें राखी का त्योहार मनाना अशुभ माना जाता। रक्षा बंधन पर राखी बांधने का सबसे अच्छा समय अपराहन के दौरान होता है जो दिन के हिंदू विभाजन के अनुसार दोपहर का समय होता है। यदि अपराहन का समय उपलब्ध नहीं है तो प्रदोष का समय रक्षा बंधन से संबंधित अनुष्ठान करने के लिए भी उपयुक्त है।
भद्रा के दौरान रक्षा बंधन की रस्में नहीं करनी चाहिए। भद्रा अशुभ समय है जिससे सभी शुभ कार्यों से बचना चाहिए। हिंदू धार्मिक ग्रंथ रक्षा बंधन त्योहार के दौरान राखी बांधने के लिए भद्रा के समय से बचने की सलाह देते हैं।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि भद्रा पूर्णिमा तिथि के पहले भाग के दौरान प्रबल होती है। इसलिए किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले भद्रा के खत्म होने की प्रतीक्षा करनी चाहिए। उत्तर भारत में सुबह के समय राखी बांधने का रिवाज है जो इसे करने के लिए उपयुक्त समय नहीं हो सकता है। ज्योतिषाचार्य राम मेहर शर्मा जी का मानना है कि यह अज्ञानता के कारण हो सकता है। जब ऐसी जानकारी आसानी से उपलब्ध हो तो भद्रा के दौरान राखी बांधने से बचना चाहिए।
राखी बांधने का शुभ समय:
- रक्षा बंधन 11 अगस्त गुरुवार को मनाया जाएगा।
- रक्षा बंधन भद्रा समाप्ति समय – 08:51 अपराह्न
- रक्षा बंधन भद्रा पंच – 05:17 अपराह्न से 06:18 अपराह्न तक
- रक्षा बंधन भद्र मुख – 06:18 अपराह्न से 08:00 अपराह्न
- पूर्णिमा तिथि शुरू – 11 अगस्त 2022 को सुबह 10:38 बजे
- पूर्णिमा तिथि समाप्त – 07:05 पूर्वाह्न 12 अगस्त 2022