
दीपावली का पर्व न केवल रोशनी और खुशियों का प्रतीक है, बल्कि यह ऊर्जा, समृद्धि और सौभाग्य का भी पर्व है। जब घर की सजावट वास्तु शास्त्र के अनुसार की जाती है, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके सकारात्मकता और धन-समृद्धि को आकर्षित करती है।
आइए जानें ज्योतिषाचार्य राममेहर शर्मा जी से कि इस दीपावली पर घर को कैसे सजाएँ ताकि माँ लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहे।
1. मुख्य द्वार की सजावट
मुख्य द्वार को वास्तु में धन और ऊर्जा का प्रवेश द्वार कहा गया है।
द्वार को स्वच्छ रखें और उस पर आम के पत्तों या अशोक के पत्तों से तोरण लगाएँ।
स्वस्तिक, श्री, या ॐ का चिन्ह बनाना अत्यंत शुभ माना गया है।
दो दीपक मुख्य द्वार के दोनों ओर जलाना न भूलें — इससे नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती।
2. दीपक जलाने का सही स्थान
दीपक केवल प्रकाश नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत हैं।
पूजा स्थल, मुख्य द्वार, रसोईघर और तुलसी के पास दीपक अवश्य जलाएँ।
उत्तर और पूर्व दिशा में दीपक जलाने से घर में धन और सौभाग्य का वास होता है।
सरसों या घी का दीपक सबसे शुभ माना गया है।
3. घर की दिशा अनुसार सजावट
वास्तु के अनुसार प्रत्येक दिशा का अपना विशेष महत्व है —
उत्तर दिशा: जल तत्व की दिशा है — यहाँ नीले या सफेद रंग की लाइट्स लगाना शुभ है।
पूर्व दिशा: सूर्य की दिशा — यहाँ सुनहरे या पीले रंग का प्रयोग करें।
दक्षिण दिशा: लाल या गुलाबी रंग से सजावट करें, यह ऊर्जा को संतुलित करता है।
पश्चिम दिशा: सफेद और हल्का पीला रंग उपयोग करें — यह समृद्धि और शांति का प्रतीक है।
4. लक्ष्मी पूजन स्थल की सजावट
लक्ष्मी पूजन का स्थान वास्तु अनुसार उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में होना चाहिए।
वहाँ लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएँ और उस पर माँ लक्ष्मी व गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।
कमलगट्टे, गोमती चक्र, चांदी का सिक्का और कपूर रखना शुभ फल देता है।
पूजन के समय “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
5. घर की सफाई और सुगंध
वास्तु के अनुसार गंदगी या धूल नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है।
दीपावली से पहले घर की पूरी सफाई करें और गुलाब, चंदन या कपूर की सुगंध फैलाएँ।
यह घर के वातावरण को पवित्र और सुखद बनाता है।
6. रंगोली का महत्व
मुख्य द्वार पर रंगोली बनाना माँ लक्ष्मी के स्वागत का प्रतीक है।
कमल, स्वस्तिक या श्री यंत्र की आकृतियाँ बनाना वास्तु में अत्यंत शुभ माना गया है।
चावल, हल्दी और फूलों की पंखुड़ियों से बनी रंगोली और भी अधिक शुभ फल देती है।
7. नकारात्मक ऊर्जा से बचाव
शाम के समय कपूर और लौंग जलाकर घर में घुमाएँ।
शंखनाद करें और दीपक से पूरे घर को प्रकाशित करें।
यह उपाय नकारात्मक शक्तियों को दूर रखता है और सुख-समृद्धि को आमंत्रित करता है।
निष्कर्ष
ज्योतिषाचार्य राममेहर शर्मा जी के अनुसार, दिवाली की सजावट केवल दिखावे के लिए नहीं होती —
यह हमारे घर, मन और जीवन में शुद्धता, प्रकाश और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।
यदि वास्तु अनुसार सजावट की जाए, तो माँ लक्ष्मी की कृपा आपके घर में स्थायी रूप से वास करती है।