रक्षा बंधन का पर्व हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है. यह त्योहार पूरे भारत में बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की लंबी आयु और सुखी जीवन की कामना के लिए उन्हें रक्षा सूत्र बांधती हैं जिसे राखी कहा जाता है। साथ ही बहन अपने भाई की आरती उतारती है, माथे पर तिलक लगाती है और मिठाई खिलाकर उसका मुंह मीठा करती है। बदले में भाई अपनी बहन को तोहफा देता है और भाई अपने बहनों की रक्षा का बचन देता है
दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषी के अनुसार यदि बहन अपने भाई की राशि के अनुसार राखी बांधती है तो यह भाई के लिए बेहद लाभकारी और शुभ होता है। इस बार आप अपने भाई को उनकी राशि के अनुसार राखी बांधकर इस त्योहार को और भी खास बना सकते हैं।
दिल्ली में प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य राममेहर शर्मा जी, अनंतज्ञान,अनंतज्ञान ( Best Astrologer in Delhi NCR ) का कहना है कि राखी पर इस बार सालों बाद एक महासंयोग भी बन रहा है. ज्योतिषियों के मुताबिक, रक्षा बंधन का त्योहार राजयोग में आएगा. राखी पर इस बार भद्रा का साया भी नहीं रहेगा जिसके कारण बहनें पूरे दिन भाई को राखी बांध सकती है। रक्षाबंधन के दिन राखी बांधते समय भद्रा और राहुकाल का विशेष ध्यान रखा जाता है। इन दोनों ही समय में राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है। इस बार गुरु और चंद्रमा की युति से रक्षा बंधन पर गजकेसरी योग बन रहा हैI गजकेसरी योग से इंसान की महत्वाकांक्षाएं पूरी होती हैं. धन संपत्ति, मकान, वाहन जैसे सुखों की प्राप्ति होती हैI गज केसरी योग से राजसी सुख और समाज में मान-सम्मान की भी प्राप्ति होती हैI
तिथि और समय
रक्षा बंधन तिथि: – | 22 अगस्त 2021, रविवार | |
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: – | 21 अगस्त 2021,शाम 03:45 मिनट | |
पूर्णिमा तिथि समापन:- | 22 अगस्त 2021, शाम 05:58 मिनट | |
शुभ मुहूर्त: – | सुबह 05:50 मिनट से शाम 06:03 मिनट | |
रक्षा बंधन की समयावधि: – | 12 घंटे 11 मिनट | |
रक्षा बंधन के लिए दोपहर में समय: – | 01:44 से 04:23 मिनट तक | |
अभिजीत मुहूर्त: – | दोपहर 12:04 से 12:58 मिनट तक | |
अमृत काल: – | सुबह 09:34 से 11:07 तक | |
ब्रह्म मुहूर्त: – | 04:33 से 05:21 तक | |
भद्रा काल: – | 23 अगस्त, 2021 सुबह 05:34 से 06:12 तक |