गणेश चतुर्थी दस दिनों तक चलने वाला हिंदू त्योहार है जिसे हाथी के सिर वाले भगवान गणेश के जन्मदिन के सम्मान में मनाया जाता है। वह भगवान शिव और देवी पार्वती के छोटे पुत्र हैं। गणेश को 108 अलग-अलग नामों से जाना जाता है और वे कला और विज्ञान के भगवान और ज्ञान के देवता हैं। उन्हें अनुष्ठानों और समारोहों की शुरुआत में सम्मानित किया जाता है क्योंकि उन्हें शुरुआत का देवता माना जाता है। उन्हें प्रिय रूप से गणपति या विनायक के रूप में जाना जाता है।
10 दिन तक घर में मंगलमूर्ति गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की जाती है। गणेश चतुर्थी को गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं ।अनंत चतुर्दशी तक धूमधाम से बप्पा का उत्सव मनाया जाता है। मान्यता है कि इन दस दिनों में जो सच्ची श्रृद्धा से रिद्धी सिद्धि के दाता गणपति जी कि उपासना करता है उसके सारे विघ्न बप्पा हर लेते हैं।
पूजा- विधि
गणेश चतुर्थी की पूजा के लिए पूजन सामग्री जैसे भगवान गणेश की प्रतिमा
लाल कपड़ा, दूर्वा, जनेऊ, कलश, नारियल, पंचामृत, पंचमेवा, गंगाजल, रोली, लाल मौली, आदि एकत्र कर ले। गणेश चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। इस दिन गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की जाती है। गणपित भगवान का गंगा जल से अभिषेक करें। गणपति की प्रतिमा की स्थापना करें। संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। भगवान गणेश को पुष्प अर्पित करें। भगवान गणेश को दूर्वा घास भी अर्पित करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दूर्वा घास चढ़ाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं। भगवान गणेश को सिंदूर लगाएं। भगवान गणेश का ध्यान करें। गणेश जी को भोग भी लगाएं। आप गणेश जी को मोदक या लड्डूओं का भोग भी लगा सकते हैं। भगवान गणेश की आरती करें।
पूजा के समय ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें। प्रसाद के रूप में मोदक और लड्डू वितरित करें।
गणेश स्थापना का सुबह मुहूर्त:
गौरी पुत्र गजानन की स्थापना शुभ मुहूर्त में करने से सुख-समृद्धि की आती है।
बुधवार का दिन गणेश जी को समर्पित है। इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्त 2022 बुधवार के दिन पड़ रही है साथ में इस बार गणेश चतुर्थी पर रवि योग भी बन रहा है. ऐसे में गणेश उत्सव की शुरुआत बेहद शुभ संयोग में हो रही है। इस योग में सभी अशुभ योगों के प्रभाव को नष्ट करने की क्षमता होती है। यानी विघ्नहर्ता गणेशजी तमाम विघ्नों को दूर करके भक्तों का मंगल करने आ रहे हैं।
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि शुरू – 30 अगस्त 2022, दोपहर 3.33 मिनट से
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि खत्म – 31 अगस्त 2022, दोपहर 3.22 मिनट तक
गणेश स्थापना मुहूर्त – 31 अगस्त 2022, बुधवार, समय 11.05 AM – 1.38 PM
रवि योग – 31 अगस्त 2022, 06.06 AM – 1 सितंबर 2022, 12.12 AM
अनंत चतुदर्शी – 9 सितंबर 2022 (गणेश विसर्जन)