हम सभी जानते हैं प्रत्येक माह दो एकादशी व्रत किये जातें हैं। हर एकादशी अपने नाम की तरह विशिष्ट होती है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी व्रत रखा जाता है कामदा एकादशी व्रत करने से कार्यों में सफलता मिलती है, राक्षस या पाप योनि से मुक्ति हो जाती है। श्री विष्णु की कृपा से व्यक्ति के पाप मिट जाते हैं और प्राणी मोक्ष को प्राप्त कर लेता है। श्री विष्णु भगवान को समर्पित कामदा एकादशी का व्रत मनुष्य को श्री विष्णु की परम कृपा का भागी बनाता है। श्री विष्णु की कृपा से मनुष्य इस संसार के सुखों का भोग करता है।
•कामदा एकादशी पूजा मुहूर्त 2023
इस साल कामदा एकादशी व्रत 1 अप्रैल को रखा जायेगा । चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 01 अप्रैल को रात 01:58 से शुरू हो रही है। इस तिथि का समापन अगले दिन 02 अप्रैल को प्रात: 04 :19 मिनट पर हो रहा है। दो अप्रैल को हरि वासर सुबह 10 बजकर 50 मिनट तक है।
कामदा एकादशी का व्रत पारण 2 अप्रैल 2023 को दोपहर 01 बजकर 40 मिनट से शाम 4 बजकर 10 मिनट तक होगा। कामदा एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को कष्टकारी जीवन से छुटकारा मिलता है और उसके समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
कामदा एकादशी के दिन भद्रा भी है। कामदा एकादशी वाले दिन भद्रा का साया भी है. अतः भद्रा से पूर्व ही पूजा पाठ हो जानी चाहिए। 01 अप्रैल को भद्रा दोपहर 03 बजकर 10 मिनट से लग रही है और यह अगले दिन 02 अप्रैल को प्रात: 04 बजकर 19 मिनट तक है।
एकादशी व्रत के नियम
सूर्योदय के पूर्व उठकर स्नान करने के बाद एकादशी व्रत का संकल्प लें। व्रत के एक दिन पहले सात्विक भोजन ही करें। व्रत के दिन श्री विष्णु की भक्ति करें। विष्णु भगवान की स्तुति के लिए विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्रनाम आदि का पाठ करें। निर्धनों को इच्छानुसार दान दें। इस दिन ब्राह्मण को भोजन जरूर करवाएं। भगवान श्री विष्णु की आराधना करें, एकादशी के व्रत में ह्रदय से अपने किये गये कर्मों का पछतावा करे और भविष्य में सभी प्रकार के पाप कर्मों से दूर रहे तो श्री विष्णु की कृपा से उस मनुष्य के समस्त पापों का नाश हो जाता है I