आमलकी एकादशी 2023
पंचांग के अनुसार हर मास में दो एकादशी पड़ती है। हर एक एकादशी का विशेष महत्व है। ऐसे ही फाल्गुन मास में पड़ने वाली आमलकी एकादशी का विशेष महत्व है। आमलकी एकादशी का व्रत 3 मार्च 2023 को रखा जायेगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ-साथ आंवला के पेड़ की पूजा करने का विधान है।
आमलकी एकादशी 2023 शुभ योग
पूजा का शुभ समय- सुबह 06 बजकर 45 मिनट से 11 बजकर 06 मिनट तक
आमलकी एकादशी पर तीन शुभ योग बन रहे हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग– सुबह 06 बजकर 45 मिनट से दोपहर 3 बजकर 43 मिनट तक
सौभाग्य योग – सुबह से लेकर शाम 6 बजकर 45 मिनट तक
आमलकी एकादशी 2023- शाम 6 बजकर 45 मिनट से शुरू होगा।
आमलकी एकादशी 2023 पारण समय
आमलकी एकादशी व्रत का पारण 4 मार्च को सुबह 6 बजकर 44 मिनट से 9 बजकर 3 मिनट तक कर सकते हैं।
आमलकी एकादशी का महत्व
आमलकी एकादशी का व्रत काफी खास माना जाता है। माना जाता है कि आमलकी एकादशी आंवले के पेड़ की उत्पत्ति से संबंधित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने सृष्टि की रचना के लिए ब्रह्मा जी को रचा था। इसके साथ ही आंवले के वृक्ष का भी जन्म हुआ था। आमलकी एकादशी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है।