गणेशजी जब भी घर में आते हैं लोग उनका पूरा धूमधाम के साथ स्वागत करते हैं। लेकिन, बप्पा को सिर्फ घर में ही विराजमान करना जरुरी नहीं है बल्कि उनका विसर्जन करना भी बेहद जरुरी है। आइए जानते हैं गणेशजी को पूजन और विसर्जन करने को लेकर 7 जरुरी बातें।
गणेश चतुर्थी के दिन से गणेश उत्सव की शुरुआत हो गई है। अगले 10 दिन तक देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ गणपति बप्पा का स्वागत किया जाएगा। गणेश चतुर्थी के दिन बड़ी धूमधाम से ढोल नगाड़ों के साथ गणपति जी की स्वागत करते हुए लोग अगले कुछ दिनों तक उनकी सेवा और पूजा अर्चना करेंगे। अपनी श्रद्धा के अनुसार लोग गणेश जी का डेढ़, तीन या पांच दिनों में गणपति जी का विसर्जन कर देते हैं। लेकिन गणपति जी का विसर्जन करने से पहले आपके लिए उससे जुड़े नियम जानने बेहद जरुरी है।
गणेश पूजन और विसर्जन के नियम
सबसे पहले यदि आपने अपने घर में गणेशजी विराजमान किए हैं तो आपके लिए यह जानने बेहद जरूरी है कि गणेशजी की प्रतिमा के साथ हर वक्त कोई न कोई व्यक्ति जरुर रहना चाहिए।
पूजन के दौरान पकाएं सात्विक भोजन
साथ ही ध्यान रखें की आप घर में सिर्फ और सिर्फ सात्विक भोजन ही पकाएं। लेकिन, इस बात का ख्याल रखें की सबसे पहले भोजन भगवान गणेश को ही अर्पित किया जाना चाहिए। साथ ही घर में चारों तरफ पॉजीटिविटी रखें।
बप्पा का विसर्जन करना जरूरी है
ध्यान रखें की जिस धूमधाम के साथ आप अपने घर में गणेशजी को विराजमान करते हैं उसी तरह उनकी विदाई भी करनी चाहिए। इसलिए जब भी बप्पा का विसर्जन करें नाचते गाते, गुलाल, उड़ाते हुए पूरे हर्षोल्लास के साथ उनका विसर्जन करें।
गणेशजी को अर्पित करें ये चीजें
गणपति जी के विसर्जन से पहले उनका पूरे विधि विधान के साथ विसर्जन किया जाना चाहिए। उन्हें दूर्वा, पुष्प, रोली, मौली, गुलाल, अबीर, सिंदूर, हल्दी, कुमकुम, नारियल, पान, सुपारी आदि जरूर अर्पित करें। साथ ही ध्यान रखें की गजानन का प्रिय भोग मोदक भी उन्हें जरूर अर्पित करें।
चौकी पर बनाएं स्वास्तिक
ध्यान रखें की तीसरे दिन विसर्जन पर एक चौकी पर गंगाजल छिड़कें उसे अच्छे से पवित्र कर लें फिर उसके ऊपर स्वास्तिक बनाएं। लाल रंग का वस्त्र भी बिछाएं। इस चौकी पर ही गणेशजी को विराजमान करें
गणेशजी से मांगे माफी
इन सभी विधि के बाद गणपति जी की आरती उतारें और उनके माफी जरुर मांग लें की अगर हमसे कोई भूल हो गई हो तो बप्पा हमें माफ करना।
गणेशजी का विसर्जन ऐसे करें
इसके बाद गणेशजी से हाथ जोड़कर कामना करना ही बप्पा अगले साल आप फिर से जल्दी आना। फिर उनकी प्रतिमा को किसी नदी, तालाब या फिर आप घर में किसी बड़े बर्तन में पानी भरकर विसर्जित कर सकते हैं।